नेहरू युवा केंद्र की ओर से जल शक्ति अभियान के कैच द रेन के तहत द्वितीय चरण पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने भू-जल संरक्षण पर विशेष रूप से जोर दिया। उन्होंने कहा कि जल बचेगा, तो कल बचेगा। कहा कि प्राकृतिक पेयजल स्रोतों के संरक्षण से हम भावी पीढ़ी को सुरक्षित बनाने का काम करेंगे। वेबिनार में जनपद पौड़ी के साथ ही चमोली व रुद्रप्रयाग जिलों के स्वयं सेवियों ने प्रतिभाग किया।वेबिनार का शुभारंभ मुख्य वक्ता प्रेरणा जागृति समिति के प्रबंधक नरेंद्र सिंह रावत ने किया। कहा कहा कि हाइड्रोजन ईंधन का प्रयोग अपने दैनिक उपयोग में किया जाए, क्योंकि हाइड्रोजन गैस जलकर पानी देती है। उन्होंने जापान का अनुसरण करते हुए देश व प्रदेश में हाइड्रोजन प्लांट लगाए जाने की मांग की। लोकेश रावत ने कहा कि जल संरक्षण के लिए विद्यालयस्तर से जागरूकता अभियान चलाए जाए। एनएसएस, एनसीसी व भारत स्काउट गाइड के स्वयंसेवियों को इस मुहीम का अहम हिस्सेदार बनाया जाय। रुद्रप्रयाग व चमोली केंद्र के जिला युवा अधिकारी राहुल डबराल ने कहा कि हमें अपने घरों में रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना चाहिए। जिला युवा अधिकारी शैलेश भट्ट ने कैच द रैन के प्रथम चरण की उपलब्धियों की जानकारी दी। संचालन योगंबर पोली ने किया। स्वयंसेवी सोनी, हरिओम ध्यानी, शालिनी, राजेंद्र कुमार, वंदना गुसाईं ने जल संरक्षण में किए कार्यों के अनुभव साझा किए।