हरिद्वार – आरोप है कि दोनों ने फर्जी तरीके से ऋषिकुल स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज में दाखिला लिया। अगस्त वर्ष 2016 में हरिद्वार के ऋषिकुल आयुर्वेद कालेज में कई मुन्ना भाई पकड़ में आए थे।
हरिद्वार नगर कोतवाली पुलिस ने मुन्ना भाई प्रकरण में दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक एक आरोपी रुद्रपुर के प्राइवेट अस्पताल में तैनात है, जबकि दूसरे आरोपी ने इंटर्नशिप पूरी कर ली है।
इन छात्रों की जगह दूसरे लोगों ने परीक्षा दी थी। विश्वविद्यालय के निर्देश पर जब छात्रों का पुन: सत्यापन किया गया तो मुन्ना भाई पकड़ में आए।
ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज हरिद्वार के तत्कालीन निदेशक डा. केके शर्मा की अगुवाई में एक टीम गठित कर छात्रों के दस्तावेजों और भौतिक सत्यापन कर मिलान कराया गया था।
वर्ष 2015 बैच के छात्र-छात्राओं का भौतिक सत्यापन किया गया। जिसमें 56 छात्रों के हस्ताक्षर और दस्तावेजों का मिलान किया गया।
सरवेज अली पुत्र शेर अली, राहुल पुत्र ऋषिपाल सिंह, मोहम्मद फैजान पुत्र रियासत अली, मोहम्मद अहमद पुत्र मो. तालिब, बिलाल अहमद पुत्र अयूब, अनुज कुमार पुत्र लाहौर सिंह और आमिर हुसैन पुत्र इमरान हुसैन के फोटो यूएपीएमटी के एडमिट कार्ड से अलग पाए गए।
पुलिस ने इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार किया था। जांच में दीदार सिंह निवासी किच्छा ऊधमसिंहनगर और गौरव टम्टा निवासी जमुनानगर बेरीनाग पिथौरागढ़ का नाम भी सामने आया। जांच अधिकारी रणवीर सिंह ने शुक्रवार को दीदार सिंह और गौरव को गिरफ्तार कर लिया है