देहरादून, वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) देहरादून ने वन महोत्सव का दूसरा चरण भवानी गर्ल्स इंटर कॉलेज परिसर में मनाया। पहला चरण 7 जुलाई को एफआरआई परिसर में मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. रेणु सिंह, आईएफएस, निदेशक, एफआरआई ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया, जिसके बाद स्कूल के छात्रों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
विस्तार प्रभाग की ऋचा मिश्रा, आईएफएस, ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया जिसमें निदेशक, एफआरआई डॉ. रेणु सिंह, भवानी बालिका इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल दीप्ति रावत, एफआरआई विभागाध्यक्ष, एफआरआई के अधिकारी एवं वैज्ञानिक, भवानी बालिका इंटर कॉलेज के शिक्षक एवं छात्रों द्वारा एक छोटा सा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया था जिसमें पेड़ न काटने के महत्व पर एक कविता पाठ और एक छोटा नृत्य नाटक शामिल था। मुख्य अतिथि डॉ. रेणु सिंह ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय लोकाचार आंतरिक रूप से पेड़ों और जंगलों के संरक्षण से जुड़ा हुआ है जिसका उल्लेख हमारे प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। उन्होंने बताया कि कैसे पुराने समय में छात्र जंगलों में स्थित गुरुकुलों में पढ़ते थे ताकि छात्रों को एक प्राचीन वातावरण के बीच अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे बढ़ती आबादी और जंगलों की लगातार कटाई पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा बन रही है और हम जलवायु परिवर्तन की घटना का सामना कर रहे हैं। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से इस अवसर पर कम से कम एक पेड़ लगाने, उनकी देखभाल करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए अपना योगदान देने के लिए का आग्रह किया। उदघाटन कार्यक्रम के बाद स्कूल की प्रधानाचर्य दीप्ति रावत ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। मुख्य अतिथि डॉ रेणु सिंह द्वारा आम का पौधा रोप कर पौधरोपण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। तत्पश्चात दीप्ति रावत, प्रधानाचार्य और स्कूली छात्रों के साथ मौजूद अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों ने वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया। वृक्षारोपण गतिविधि के लिए पौधों को उपलब्ध कराने के साथ-साथ एफआरआई का रोपण एवं वन प्रबंधन प्रभाग ने साइट की तैयारी में सक्रिय भूमिका निभाई।