देहरादून, गेनवेल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड ने निर्माण एवं खनन उपकरण, डीजल एवं प्राकृतिक गैस इंजन, इंडस्ट्रीयल गैस टर्बाइन्स और डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स के वैश्विक अग्रणी विनिर्माता कैटरपिलर के साथ टेक्नोलॉजी लाइसेंसिंग का एक समझौता किया है। यह समझौता भूमिगत खनन उपकरण के लिये हुआ है और ऐसा करके गेनवेल ने अपना परिचालन शुरू करने की घोषणा की है। इस समझौते के तहत गेनवेल इंजीनियरिंग भारत और विश्व के अन्य देशों में बढ़ रहे कोयला उत्पादन में सहयोग देने के लिये मीडियम और हाई सीम के भूमिगत रूम एंड पिलर इक्विपमेंट का विनिर्माण कर सकेगा। कोयला भारत और उभरती अर्थव्यवस्थाओं की ऊर्जा सुरक्षा के लिये महत्वपूर्ण है और इस पहल से भरोसमंद और उन्नत रूम एंड पिलर इक्विपमेंट वैश्विक ग्राहकों को उपलब्ध होगा। इस समझौते के तहत गेनवेल इंजीनियरिंग लाइसेंस्ड कैटरपिलर रूम एंड पिलर इक्विपमेंट तथा हाईवाल माइनर की मौजूदा सक्रिय आबादी को आफ्टर-मार्केट स्पेयर पार्ट्स और सेवा सहयोग भी प्रदान करेगा।
गेनवेल इंजीनियरिंग भारत में बुनियादी ढांचे की प्रगति को सहयोग देने की सात दशकों से ज्यादा की समृद्ध विरासत वाली कंपनी गेनवेल कोमोसेल्स प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में ट्रैक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) का विनिर्माण उपक्रम है। गेनवेल इंजीनियरिंग का लॉन्च विनिर्माण केन्द्र के रूप में विकसित होने की देश की स्थायी क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करता है। इस कोशिश से ‘आत्मनिर्भर भारत’ को विकसित करने का देश का सपना साकार होगा।
गेनवेल इंजीनियरिंग कोलकाता, भारत में अपने विनिर्माण व्यवसाय मुख्यालय को स्थापित करेगा और उसका संयंत्र पानागढ़, पश्चिम बंगाल, भारत में करीब 500 करोड़ रूपये (लगभग 70 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के निवेश से स्थापित किया जा रहा है। यह संयंत्र पूरी तरह से विकसित होने पर 250 से ज्यादा अत्यंत कुशल तकनीशियनों के लिये रोजगार के अवसर निर्मित करेगा। गेनवेल इंजीनियरिंग कैटरपिलर के साथ टेक्नोलॉजी लाइसेंसिंग के समझौते से गेनवेल ब्राण्ड के अंतर्गत कंटीन्यूअस माइनर्स, फेस हाउलर्स, रूफ सपोर्ट कैरियर्स, स्कूप्स/मल्टी यूटिलिटी व्हीकल्स, फीडर ब्रेकर्स और हाईवाल माइनर के चुनिंदा मॉडल्स का विनिर्माण करेगा।