विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज के प्रमोटर लावा रमेश कट्टी ने एनएसई पर थोक सौदे के जरिये शेयर खरीदे

देहरादून, एनएसई के थोक सौदों के अनुसार, 20 जनवरी, 2021 को, प्रमोटर निखिल कट्टी और बीएनपी पारिबा आर्बिट्रेज ने बीएसई और एनएसई में थोक सौदे के माध्यम से खुले बाजार से शेयर खरीदे हैं। वित्तमंत्री के गैर-मिश्रित ईंधन पर 2 रुपये का अतिरिक्त उत्पाद शुल्क लगाने की घोषणा के कारण इथेनॉल निर्माताओं, बीएसई  और एनएसई में (विश्वराज) सूचीबद्ध, विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड सहित चीनी कंपनियों को लाभ होगा। यह ईंधन के साथ इथेनॉल के मिश्रण को प्रोत्साहित करेगा और चीनी कंपनियों के लिए फायदेमंद होगा, जो इथेनॉल बनाती है। ज्यादा से ज्यादा लोग मिश्रित ईंधन का विकल्प चुनेंगे, जिससे इथेनॉल की मांग में काफी वृद्धि होगी।
इस बीच, कंपनी ने सूचित किया है कि गन्ना विकास आयुक्त और चीनी निदेशक, कर्नाटक सरकार ने नवेज गांव बेलगावी जिले में 5000 टीसीडी चीनी संयंत्र की स्थापना के लिए कंपनी को दूरस्थ प्रमाण पत्र (डिस्टेंस सर्टिफिकेट) जारी किया है। उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के मुख्य निदेशक (चीनी) ने कंपनी के 5000 टीसीडी चीनी संयंत्र की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। विश्वराज शुगर की गन्ने का रस निकालने की क्षमता 11,000 मीट्रिक टन प्रति दिन, डिस्टिलरी की क्षमता 100,000 लीटर प्रति दिन, सह-उत्पादन की क्षमता 36.4डॅ और सिरका बनाने की क्षमता 70,000 लीटर प्रति दिन है। कंपनी द्वारा लागू की गई रीइंजीनियरिंग की प्रक्रिया से बैक्टीरिया और रोगज़नक़ मुक्त बेहतर ग्रेड चीनी और इथेनॉल प्राप्त होता है। शुद्ध अल्कोहल/इथेनॉल के लिए स्वीकृत स्तर 99.6ः है, जबकि कंपनी ने पहले ही 99.9ः गुणवत्ता प्राप्त कर ली है और सर्वाेत्तम अंतरराष्ट्रीय मानकों को बेंचमार्क दिया है। इसके अलावा, प्रक्रिया पुनर्रचना को लागू करके, वीएसआईएल चीनी रिफाइनिंग की फैसिलिटी शुरू करने के लिए पूंजी निवेश को दरकिनार करने में कामयाब रहा है, जिससे 80 करोड़ रुपये की बचत हुई है, जिससे समग्र आरओआई में वृद्धि हुई है। विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक मुकेश कुमार ने कहा कि ष्हम फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थ सप्लीमेंट्स और न्यूट्रास्यूटिकल्स में नए ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए अपनी वैल्यू चौन को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। हाई-वैल्यू और ज्यादा मार्जिन वाले उत्पादों, जैसे कि फार्मा ग्रेड चीनी और इथेनॉल पर रेजर-शार्प फोकस रखने से अगले पांच वर्षों में प्रति टन गन्ने का रस निकालने से मिलने वाले राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है। इसके अलावा, हम इथेनॉल की क्षमता बढ़ाकर 500,000 लीटर प्रतिदिन करने की योजना बना रहे हैं।ष्

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