देहरादून, स्पिक मैके के तत्वावधान में आज नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद विजुअल डिसएबिलिटीज में सैनिया घराने के दिवंगत उस्ताद साबरी खान के पुत्र उस्ताद कमल साबरी द्वारा सारंगी गायन का आयोजन किया गया। उनके साथ तबले पर रजनीश मिश्रा मौजूद रहे।
उस्ताद कमल साबरी ने दर्शकों के साथ बातचीत की और भारतीय शास्त्रीय संगीत को युवा पीढ़ी के बीच अधिक रोचक और लोकप्रिय बनाने के लिए बारीक बिंदुओं के बारे में बताया। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थानी लोकगीत गाए। उस्ताद कमल साबरी सारंगी प्रतिपादकों के 400 साल पुराने शानदार परिवार की सातवीं पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह ऑल इंडिया रेडियो के एक बहुत सम्मानित शीर्ष ग्रेड कलाकार हैं और उन्हें बीबीसी, रेडियो फ्रांस, रेडियो स्विट्जरलैंड, रेडियो इटली, रेडियो बारबाडोस और फिनिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी द्वारा प्रदर्शन के लिए भी आमंत्रित किया गया है। अपने सर्किट के दौरान, उन्होंने राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, हिमज्योति वोकेशनल इंस्टिट्यूट और डॉल्फिन पीजी इंस्टिट्यूट में भी प्रदर्शन किया।