देहरादून, श्री गुरु अमरदास जी के गुरतागद्दी दिवस के उलक्ष्य में गुरुद्वारा श्री गुरु कलगीधर सेवक सभा त्यागी रोड पर नई पालकी साहिब क़ी स्थापना कर गुरतागद्दी दिवस श्रद्धा पूर्वक कथा-कीर्तन के रूप में मना कर गुरु महाराज जी का शुकराना किया गया।
प्रातरू रखे गये श्री अखण्ड पाठ साहिब के भोग डालने के पश्चात हज़ूरी रागी भाई जगजीत सिंह जी ने आरती का गायन कर शब्द ष्भले अमरदास गुण तेरे तेरी उपमा तोहे बन आई का गायन किया। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के हैड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने कहा कि गुरु अमरदास जी को मार्च 1552 को गुरगद्दी पर विराजमान हुए थे, गुरु जी ने पहले पंगत पीछे संगत को क़ायम किया, गुरु साहिब ने सत्ती प्रथा को खत्म किया, जात पात को खत्म करने के लिये बाउली एवं कुएँ लगवाये।
भाई देविंदर सिंह जी सोढ़ी लुधियाना वालों ने शब्द जा तूँ मेरे वल हैं ता क्या मुँह छंदा एवं सब पकड़ो चरण गोविन्द के छाडो जंजाला का गायन कर संगत को निहाल किया। इस अवसर पर पालकी साहिब कि सेवा करने वाले स. अमनदीप सिंह जी, नरेंदर चंस सिंह, इंदरजीत सिंह हरपाल सिंह बजाज, जगमिंदर सिंह छाबड़ा, देविंदर सिंह मान, बीबी रवलीन कौर, मंजीत सिंह, परमजीत सिंह सिद्धू, करतार सिंह, रणजीत सिंह अरोड़ा, जितेंदर सिंह, मनविंदर सिंह एवं सेवा सिंह मठारु आदि उपस्थित थे।