आज से जौनसार बावर के गांव-गांव लोक संस्कृति से हो जाएंगे गुलजार
त्यूणी, जौनसार बावर क्षेत्रा में एक माह तक मनाए जाने वाले माघ ;मरोजद्ध पर्व पर एक माह तक क्षेत्रा के गांव लोक संस्कृति से होंगे गुलजार। पर्व का आगाज शनिवार सुबह कयलू देवता मंदिर हनोल में चुराच का बकरा कटने के साथ होगा। रविवार को बावर की ग्यारह खतों के साथ जौनसार में किसराट मनाई जाएगी। अपनी अनूठी संस्कृति के लिए विख्यात जौनसार-बावर परगने में स्थानीय स्तर पर कई त्योहार मनाए जाते हैं। इनमें बूढ़ी दीवाली, बिस्सू के साथ ही एक माह तक मनाए जाने वाले माघ मरोज पर्व की शुरूआत आज ;शनिवारद्ध को हनोल के कयलू मंदिर में चुराच का बकरा कटने के साथ होगी। एक माह तक चलने वाले इस पर्व के तहत गांवों के पंचायती आंगनों में हारुल, तांदी, झेंता, रासों, जंगबाजी जैसे पारंपरिक लोक नृत्यों का दौर चलेगा। शनिवार से एक माह तक क्षेत्रा के गांव लोक संस्कृति से गुलजार हो जाएंगे। वहीं बावर, देवघार, बाणाधार, मशक सहित चकराता से ऊपर के बावर क्षेत्रा में रविवार से पर्व की शुरूआत होगी। जबकि, जौनसार की अधिकतर खतों में सोमवार को माघ का बकरा कटने के साथ पर्व शुरू किया जाएगा।