पाकिस्तान में हिंदू मंदिर को जलाने का भारत ने विरोध जताया है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि भारत ने राजनयिक चैनलों के माध्यम से पाकिस्तान में एक हिंदू मंदिर में बर्बरता के खिलाफ औपचारिक विरोध दर्ज कराया है। पाकिस्तान में हिंदू मंदिर में तोड़फ़ोड़ और आगजनी की घटना में पुलिस ने फ्0 कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के गृह राज्य खैबर पख्तूंख्वा के करक जिले में मुस्लिम कट्टरपंथियों के समूह ने मंदिर में तोडफ़ोड़ करते हुए आग लगा दी थी। पुलिस के अनुसार घटना में कट्टरपंथी जमियत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के नेता रहमत सलाम खटक सहित फ्0 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मंदिर पर इसी दल की भी़ड़ ने हमला बोला था। यहां पर मंदिर का पुनरद्धार किया जा रहा था। घटना की मानवाधिकार और हिंदू संगठनों ने कड़ी निंदा की है। मानवाधिकारों के संसदीय सचिव लाल चंद माल्ही ने मंदिर पर हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि कुछ दल समाज विरोधी गतिविधियों में सक्रिय हैं। सरकार ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। खैबर पख्तूंख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने मंदिर पर हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार पूजा स्थलों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करेगी। हिंदू समुदाय के नेता हारन सरब दियाल ने बताया कि इस मंदिर में ही हिंदू धार्मिक नेता की समाधि भी है, जहां लोग दर्शन को आते हैं।