तकनीकी मामलों में खामियों के आधार पर उत्तर प्रदेश की आगरा, बिहार की पटना, हरियाणा की करनाल और चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश की सोलन लैब भी इस कार्रवाई की जद में आई

राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) ने छत्तीसगढ़ सहित देश की फ्म् खाद्य जांच प्रयोगशालाओं के लाइसेंस रद कर दिए हैं। नियमों का पालन नहीं करने और लैब में आवश्यक संसाधन मुहैया नहीं कराने के कारण यह कार्रवाई की गई है। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की सही तरीके से जांच में नाकामी तथा तकनीकी मामलों में खामियों के आधार पर उत्तर प्रदेश की आगरा, बिहार की पटना, हरियाणा की करनाल और चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश की सोलन लैब भी इस कार्रवाई की जद में आई हैं। इस कार्रवाई की वजह से छत्तीसगढ़ की इकलौती राज्य स्तरीय खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला फ्क् दिसंबर ख्0ख्0 के बाद बंद हो जाएगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसआइ) ने सभी लैब को निर्देश दिया है कि वे अपनी बची हुई जांच को फ्क् दिसंबर से पहले पूरा कर लें। छत्तीसगढ़ में खाद्य पदार्थो की जांच के लिए एकमात्र लैब रायपुर की कालीबाड़ी में है। खाद्य सुरक्षा कानून ख्0क्क् बनने के बाद लैब को पांच साल में एनएबीएल से मान्यता लेनी थी। प्रदेश के खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने कारगर पहल नहीं की। एनएबीएल की तरफ से दो बार दो-दो साल का एक्सटेंशन भी दिया गया। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ ने मान्यता के लिए एनएबीएल को आवदेन तक नहीं किया।

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