दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में लिप्त तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों पर एसआईटी का शिकंजा कसने लगा है। दो अधिकारियों के गिरफ्तारी के बाद अब पांच अधिकारियों की गिरफ्तारी के लिए शासन ने हरी झंडी दे दी है।वर्ष 2011 से 2015 तक जिले के तीन हजार एससी, एसटी और ओबीसी विद्यार्थियों का बाहरी राज्यों के शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश दिखाकर 14 करोड़ रुपये का छात्रवृत्ति घोटाला किया गया था। घोटाले की जांच के लिए शासन की ओर से एसआईटी गठित की गई थी।