प्रदेश सरकार पर्यटन को बढावा देने लिए एक ओर जहां सभी जनपदों में थीम बेस्ड नये गन्तव्य स्थल विकसित कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर हम विभिन्न आध्यात्मिक सक्रिटों का निर्माण कर पौराणिक मंदिरों को एक सूत्र में जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उक्त बात आज यहां कटारमल में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की 2,230.56 लाख की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने अपने सम्बोधन में कही। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने आज केन्द्र पोषित ष्स्वदेश दर्शनष् के तहत हेरिटेज सर्किट कटारमल में 1330.00 (तेरह करोड़ तीस लाख) और जागेश्वर में 813.00 (आठ करोड़ तेरह लाख) की पर्यटन सुविधाओं के विकास कार्यों का लोकार्पण करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री घोषणा के अन्तर्गत संस्कृति विभाग की 39.50 (उनतालीस लाख पचास हजार) की लागत से शहीद स्मारक सल्ट के सौन्दर्यीकरण, शहीदों की मूर्ति के निर्माण एवं विधानसभा सोमेश्वर स्थित बयालखालसा बद्रीनाथ मंदिर में 38.6 (अड़तालीस लाख छः हजार) की लागत के सौन्दर्यीकरण कार्यो का शिलान्यास किया।प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम के मौके पर बोलते हुए कहा कि हम विभिन्न आध्यात्मिक सक्रिटों जैसे शिव सक्रिट, दैवीय सक्रिट, विवेकानंद सक्रिट, गोलज्यू मंदिर सक्रिट, नागराजा मंदिर सक्रिट, विष्णु राम एवं नरसिंह मंदिर सर्किट, नवग्रह सर्किट के साथ-साथ बुद्ध सर्किट, गुरुद्वारा सर्किट, सिद्ध बाबा सर्किट सहित अन्य मंदिरों के सर्किटों का निर्माण भी प्रस्ताव है। हम चाहते हैं कि राज्य के पौराणिक मंदिरों को सर्किटों से जोड़ते हुए देवभूमि उत्तराखण्ड आने वाले पर्यटक को इन मंदिरों की आध्यात्मिक एवं पौराणिक महत्ता की सम्पूर्ण जानकारी मिलने के अलावा वह वहां जाकर दर्शनों का लाभ उठा सकें।