चीन की इस समय पहचान एक कब्जाई देश के रूप में होने लगी है। चीन सीमा पर लगने वाले हर देश के साथ धोखेबाजी करने को उतारू है। साथ ही दूसरों की जमीन पर भी अपना हक बताता है। जापान और चीन के बीच भी द्वीपों को लेकर जारी विवाद बेहद गंभीर होता दिख रहा है। जापान 2024 से पूर्वी चीन सागर के जापानी क्षेत्र में चीन के परेशान करने वाले व चीन से जुड़े खतरे को लेकर पहली बार F-35B स्टील्थ लड़ाकू विमान तैनात करने जा रहा है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि हवाई क्षेत्र विवादित डियाओउ द्वीप समूह (सेनकाकू द्वीप) से लगभग 1,030 किमी उत्तर-पूर्व में है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (एससीएमपी) ने रिपोर्ट किया। जापान की योमीरी अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कि पहला F-35B जेट देश की मुख्य भूमि से दूर स्थित द्वीपों की रक्षा के लिए दक्षिणी मियाजाकी प्रान्त में एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स के न्युटाबारू एयर बेस पर तैनात किया जाएगा। सेनकाकू के नाम से पहचाने जाने वाले इस द्वीप पर चीन अपना दावा बताता है लेकिन इसपर कब्जा जापान का है।