धामों में दर्शन को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को गर्भ गृह से दर्शन की मंजूरी नहीं होगी। दर्शन को आने वालों को बाहर से किसी भी तरह का प्रसाद, चढ़ावा मंदिर परिसर में लाने की मंजूरी नहीं होगी। ये पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि बदरीनाथ धाम के गर्भ गृह में वैसे ही किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं है। अब श्री केदारनाथ धाम जी के गर्भ गृह के भीतर से पूजा अर्चना की मंजूरी नहीं होगी।
बाहर से ही लोग सभा मंडप में एक दूरी से पूजा कर सकेंगे। ऐसा रावल, धर्माधिकारी, पुजारियों समेत अन्य श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिहाज से किया जा रहा है।
गर्भगृह से बिल्कुल सटे हुए सभा मंडप वाले क्षेत्र में भी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी देवमूर्ति को छूने की भी मंजूरी नहीं मिलेगी।
धाम में आने से पहले श्रद्धालुओं का एक तय स्थान पर मेडिकल परीक्षण होगा। यदि किसी भी तरह के कोरेाना या सामान्य बुखार के भी लक्षण मिले, तो दर्शन को अनुमति नहीं मिलेगी।
हैंड सेनेटाइजर, मास्क अनिवार्य रहेगा। सभी की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। मंदिर में प्रवेश से पहले हाथ पैर धोने अनिवार्य होंगे। सभी जिलाधिकारियों को धाम क्षेत्र में निर्धारित अधिकतम सीमा के अनुसार ही दर्शन सुनिश्चित कराने होंगे।