उत्तर प्रदेश STF की टीम विकास दुबे को उज्जैन से लेकर कानपुर पहुंच रही थी, जहां गाड़ी पलटने के बाद विकास ने भागने की कोशिश की. इसी दौरान एनकाउंटर हुआ और विकास दुबे मारा गया.
कानपुर पुलिस के मुताबिक, ‘इस दौरान विकास दुबे ने घायल पुलिस कर्मी की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की. पुलिस टीम द्वारा पीछा कर उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं माना और पुलिस टीम पर फायर करने लगा. पुलिस ने आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की. इस दौरान विकास दुबे घायल हो गया.’
पुलिस के अनुसार, घायल विकास दुबे को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज का दौरान 5 लाख के इनामी विकास दुबे की मौत हो गई. .
विकास दुबे का एनकाउंटर ठीक उसी तरह हुआ, जिस तरह गुरुवार को उसके साथी प्रभात मिश्रा का एनकाउंटर हुआ था. पुलिस के मुताबिक, कार पंक्चर होने के बाद प्रभात मिश्रा ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की
थी और जब पुलिस ने सरेंडर करने के लिए कहा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में प्रभात मारा गया.
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मास्टरमाइंड विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया है. एनकाउंटर में गंभीर रूप से घायल हुए विकास दुबे की मौत हो गई है. इस एनकाउंटर में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि की है.
एसएसपी दिनेश कुमार ने कहा कि जैसे ही गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ, विकास दुबे घायल पुलिसकर्मी का पिस्टल छीनकर भागने लगा. पुलिस ने कई बार उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे को सीने और कमर में गोली लगी.
विकास दुबे को आखिरी बार फरीदाबाद में देखा गया था, पुलिस उसे तलाश रही थी. इसी बीच गुरुवार की सुबह अचानक विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचा. यहां वो महाकाल मंदिर में दर्शन करने गया.
– सुबह करीब साढ़े सात बजे विकास दुबे महाकाल मंदिर गया, वहां उसने मंदिर में दर्शन किए. इसी दौरान किसी दुकान वाले ने उसे पहचाना और वहां गार्ड को सूचित किया.
गार्ड ने विकास दुबे को पकड़ा, इतनी ही देर में स्थानीय पुलिस और स्थानीय मीडिया भी आ गई. विकास दुबे यहां मंदिर के बाहर अपना नाम चिल्लाता रहा. जब पुलिस उसे गाड़ी में बैठा कर ले जा रही थी, तब गैंगस्टर चिल्लाया, ‘..मैं विकास दुबे हूं..कानपुर वाला…इन्होंने मुझे पकड़ लिया है’.
शुक्रवार सुबह करीब साढ़े छह बजे यूपी एसटीएफ के काफिले के एक्सीडेंट की खबर आई. तेज रफ्तार गाड़ी अचानक पलट गई, जिसके बाद विकास दुबे ने वहां से भागने की कोशिश की. पुलिस के मुताबिक, विकास दुबे ने हथियार छीने. और इस दौरान मुठभेड़ हुई और विकास दुबे मारा गया.
आपको बता दें कि कानपुर गोलीकांड में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, उस कांड में शामिल करीब विकास दुबे समेत 6 अपराधी अबतक एनकाउंटर में ढेर किए जा चुके हैं.