पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने एसटीएफ एवं उसकी सभी शाखाओं-एन्टी ड्रग्स टास्क फोर्स व साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन का निरीक्षण कर उनके कार्यों की समीक्षा की। डीजीपी ने प्रदेश के 202 ईनामी अपराधियों में से 5000 रूपए से अधिक ईनामी राशि वाले 91 ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ को निर्देशित किया गया। वर्ष में कम से कम 50 ईनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए। सक्रिय गैंग जो पंजीकृत नहीं हैं, उन्हें पंजीकृत किया जाए।
लम्बे समय से जिन ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है, उनकी ईनामी राशि बढ़ायी जाए। साइबर क्राइम से सम्बिन्धित शिकायतों में अभियोग पंजीकृत कर कार्यवाही की जाए। एडीटीएफ और अधिक सक्रिय किये जाने हेतु निर्देशित किया। आदतन ड्रग्स बेचने वालों एवं उनके सरगनाओं पर कार्यवाही करें। ड्रग्स माहियाओं के विरूद्ध गैंगस्टर के अन्तर्गत कार्यवाही एवं उनकी अवैध रूप से अर्जित सम्पत्ति की कुर्की की जाए। 01 जनवरी से ऊधसिंहनगर के पन्तनगर में अस्थायी रूप से साईबर थाना खोला जाएगा, जिससे कुमाऊँ परिक्षेत्र की जनता को बैंकिंग धोखाधड़ी, ऑनलाइन शॉपिंग, मनी ट्रांजेक्शन, सोशल मीडिया सम्बन्धी मामलों की शिकायत दर्ज कराने में आसानी होगी। दुरूपयोग करने की शिकायत प्राप्त होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। इस अवसर पर अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के मोबाइल रिकवरी सेल द्वारा बरामद किये गये मोबाइल उनके स्वामियों के सुपुर्द किये। मोबाइल रिकवरी सेल द्वारा इस वर्ष अब तक कुल 756 मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं। जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 01 करोड़ 12 लाख रूपए है। इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले एसटीएफ एवं साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के कर्मियों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित भी किया।