विकासनगर, जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा प्रदेश के सहकारी बैंकों में 423 चतुर्थ श्रेणी (सहयोगी/गार्ड) कर्मचारियों की भर्ती कराई गई थी, जिसमें देहरादून, अल्मोड़ा व उधम सिंह नगर जनपद में बड़े पैमाने पर जालसाजों ने भर्ती घोटाले को अंजाम दिया था, जिसको लेकर सरकार ने 01 अप्रैल 2022 को जांच कमेटी गठित कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए थे द्य उक्त कमेटी में नीरज बेलवाल, उपनिबंधक, सहकारी समितियां, कुमाऊं क्षेत्र को अध्यक्ष व मान सिंह सैनी, उपनिबंधक, गढ़वाल क्षेत्र को बतौर सदस्य नामित किया था, जिन्होंने अक्टूबर 2022 को रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी, जिस पर विभाग द्वारा काफी दिनों से माथापच्ची किए जाने की बात सामने आ रही है, लेकिन दो महीने बीतने के बाद भी रिपोर्ट को सार्वजनिक न करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। नेगी ने कहा कि जनपद देहरादून की भर्तियों में बड़े पैमाने पर धांधली की गई थी तथा कमोवेश यही स्थिति अन्य जनपदों की हुई थी, जिसमें एक पद 10 लाख से लेकर 15 लाख रुपए तक बेचा गया, जिसकी पुष्टि जालसाजों व नौकरी पाए अभ्यर्थियों के बैंक खातों में हुए लेनदेन की डिटेल पुष्टि कर रही है। हैरान करने वाली बात है कि इन घोटाले बाजों ने अपने रिश्तेदारों के साथ-साथ बैंक में कार्यरत अधिकारियों/कर्मचारियों के रिश्तेदारों/परिजनों से मोटी रकम हासिल कर नौकरियां बांट दी थी। मोर्चा सरकार से शीघ्र ही जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने व उस पर सख्त कार्रवाई की मांग करता है। पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार व दिलबाग सिंह मौजूद थे।