रामनगर, कोतवाली में फरियादी बनकर आए रिसॉर्ट व क्रशर कारोबारी के साथ एक कोतवाली के दारोगा ने हाथापाई कर दी। दारोगा की इस करतूत से क्रशर व खन्नन कारोबारियों ने कोतवाली पहुंचकर आरोपित को हटाने की मांग की। डीजीपी अशोक कुमार तक मामला पहुंचा तो दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया। हल्घ्घ्द्वानी सीओ को घटना की जांच सौंपी गई है।
रामनगर के मोहल्ला बंबाघेर निवासी व रिसॉर्ट एवं क्रशर मालिक ऋषि सचदेवा गुरुवार देर रात अपने दोस्त की तहरीर लेकर पहुंचे थे। कोतवाली पहुंचने पर दारोगा नीरज चौहान ने कारोबारी सचदेवा को कोतवाल अरुण सैनी के कक्ष में जाने से रोक दिया। उनके के बीच कहासुनी हो गई। इस बीच दारोगा ने कारोबारी का गिरेबां पकड़कर सचदेवा के साथ हाथापाई कर दी।घटना से आक्रोशित अन्य कारोबारी रात में कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने दारोगा पर कार्रवाई की मांग की। शुक्रवार को भी क्रशर व रिसॉर्ट कारोबारी कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने कोतवाल अरुण सैनी का घेराव करते हुए घटना को लेकर आक्रोश जताया। उधर, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार को कारोबारी के साथ दारोगा द्वारा मारपीट करने की तहरीर उनके व्हाट्सअप में मिली।डीजीपी की ओर से एसएसपी नैनीताल को शुक्रवार को आरोपित दारोगा नीरज चौहान को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। एसएसपी नैनीताल ने तत्काल दारोगा को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया। कोतवाल अरुण सैनी ने दारोगा को सस्पेंड करने की पुष्टि की है। सस्पेंड की कार्रवाई पर कारोबारी शांत हुए। कारोबारी ऋषि सचदेवा ने कहा कि पुलिस का यह व्यवहार ठीक नहीं है। उधर, डीजीपी ने इंटरनेट मीडिया में डाली पोस्ट में साफ कहा है कि पुलिस कर्मियों को हर बार लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए कहा भी जाता है। उसके बाद भी ऐसी घटना आपत्तिजनक व बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। पुलिस कर्मियो को कहा है कि ऐसा कोई भी व्यवहार क्षम्य नहीं होगा जिससे पुलिस की छवि खराब होगी।