यूपी के हापुड़ जिले में गढ़मुक्तेश्वर के चटाई मोहल्ले में करीब 100 से भी अधिक परिवार अपने पुस्तैनी काम को बढ़ावा दे रहे हैं। लंबे समय से चटाई बनाने का काम चलता आ रहा है। छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक सभी चटाई बनाने के काम को करते आ रहे हैं। एक परिवार हर रोज करीब 10 चटाइयां बनाकर तैयार कर देता है, जिनकी कीमत करीब 2 -4 हजार रुपये मिल जाती है।
400 से 500 रुपये एक चटाई की कीमत
एक चटाई की कीमत 400 से 500 रुपये होती है। दूर-दूर के राज्यों के व्यापारी तीर्थनगरी से आकर चटाइयां बनवाकर ले जाते हैं और ऑर्डरों पर चटाइयां भी बनवाते हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेशी सामान को बढ़ावा देने के बाद से स्वदेशी चटाइयों की मांग भी बढ़ गई है