देहरादून, आजखबर। विधानसभा बैक डोर भर्ती घोटाले पर आए निर्णय पर आम आदमी पार्टी के सह संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी जी द्वारा बैकडोर भर्तियों की जांच के लिए बनाई गई कमेटी ने अपनी रिपोर्ट समय से पहले विधानसभा अध्यक्ष जी को सौंप दी। कमेटी को अपना काम समय से करने के लिए धन्यवाद। विधानसभा अध्यक्ष ने समिति की रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए गलत तरीके से की गई नियुक्तियों को निरस्त करने का आदेश जारी किया यह एक स्वागत योग्य कदम है। इसके लिए सभी लोगों को विधानसभा अध्यक्ष जी का धन्यवाद करना चाहिए।
लेकिन बिना प्रक्रिया का पालन करते हुए गलत तरीके से नियुक्ति पाए लोगों को नौकरी से हटाया जाना क्या प्रयाप्त होगा। जिन लोगों की नियुक्ति बगैर भर्ती प्रक्रिया का पालन करके की गई उनको हटाया जाना उचित फैसला हैए लेकिन जिन लोगों ने गलत तरीके से नियम कानून को ताक पर रखकर के लोगों को नौकरी पर भर्ती किया और अपने विशेषाधिकार का दुरुपयोग किया उस पर विधानसभा अध्यक्ष जी ने कुछ ना बोल कर के संशय की स्थिति पैदा की है। सवाल यह है कि विधानसभा अध्यक्ष जी नौकरी पाने वालों को तो दोषी मानती है लेकिन वरिष्ठ पद पर बैठे हुए जानकार व्यक्ति द्वारा नियमों का उल्लंघन करके गलत तरीके से नौकरी देने पर उनको दोषी नहीं मानती है यही इस प्रकार का सबसे बड़ा प्रश्न है।
विधानसभा में बिना प्रक्रिया का पालन करके बिना जरूरत के बड़ी संख्या में अवैध रूप से लोगों को नौकरी पर रखने वाले महानुभावों को दोषी मानेगी या नहींए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी या नहींए इस प्रक्रिया का यह सबसे बड़ा सवाल है।
इन प्रश्नो को अगर सरकार सही तरह से हल कर दे जिसकी संभावना नहीं है तो फिर यह भविष्य के लिए यह एक बडी नजीर होगी। इस घोटाले में भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के नेताओं का हाथ है इसलिए दोनों पार्टियां मिलकर के इस खेल को खेलेंगी और इस घोटाले की लीपापोती करेंगी। इसलिए जांच का कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। यही वजह है कि कांग्रेस ने अब विधानसभा की भर्तियों की गड़बड़ी पर मौन धारण कर लिया है। आम आदमी पार्टी इस लड़ाई को परिणाम मिलने तक लड़ती रहेगी।