देहरादून, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत कलाक्षेत्र फाउंडेशन द्वारा वेल्हम गर्ल्स स्कूल, डालनवाला, देहरादून में अमृतं गमय, इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ म्यूजिक एंड डांस का आयोजन भारतीय संस्कृति को एक शानदार तरीके से प्रस्तुत करने और युवाओं को देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने के लिए प्रेरित करने के लिए किया गया था। आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में, फेस्टिवल ने भारत की 75वीं वर्षगांठ मनाई और इसमें देश और दुनिया भर के परफॉरमेंस को प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उमा नंधुरी, ज्वाइंट सेक्रेटरी, मिनिस्टर ऑफ कल्चर , अनीश राजन, डायरेक्टर(अकादमी), रेवथी रामाचंद्रन, डायरेक्टर, कालक्षेत्र फाउंडेशन, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के मंत्री जी. किशन रेड्डी, विभा कपूर, प्रिंसिपल वेलहम गर्ल्स स्कूल, मेजर जेनरल जीएस चैधरी, विशिष्ट सेवा मेडल, जीओसी 14 इनफैनट्री डिवीजन एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
भारत माता के उद्घोष के साथ उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने कहा, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में कलाक्षेत्र फाउंडेशन द्वारा आयोजित अमृतम् गमय कार्यक्रम में अभी हमनें लोगों को सुना, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय द्वारा माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर पुरे देश में 60,000 से अधिक कार्यक्रम किये जा रहे हैं। यहां उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों एवं अधिकारीगण, देश और विदेश के कलाकारों तथा स्कूल के नौनिहालों की ओर से आदरणीय किशन रेड्डी जी का देवभूमि पर स्वागत करता हूँ. आप यहां दो कार्यों से आये एक बाबा केदारनाथ का दर्शन और दुसरा आप आजादी के अमृत महोत्सव के तहत, कलाक्षेत्र फाउंडेशन जो कार्यक्रम कर रहा है. कला इतनी महान, इतनी अलमोल, इतनी रचनात्मक है की यह व्यक्ति और राष्ट्र दोनों के लिए प्रेरणा बन जाती है. भारतीय कला की आदरणीय रुक्मणि देवी को नमन करता हूँ. उन्होनें 1936 में कलाक्षेत्र फाउंडेशन की नींव रखी थी. संस्कृति मंत्रालय द्वारा कलाक्षेत्र फाउंडेशन ने नृत्य एवं संगीत का एक अंतरराष्ट्रीय महोत्सव,अमृतम् गमय का आयोजन किया जा रहा है उस हेतु इससे जुड़े सभी लोगों को एवं कलाक्षेत्र फाउंडेशन को अपनी तरफ से बहुत बहुत बधाई देता हूँ और शुभकामनाएं देता हूं कि इस तरह के कार्यक्रम अन्य जगह पर आयोजित हो रहे हैं. मा. प्रधानमंत्री जी का संकल्प श्एक भारत, श्रेष्ठ भारतश् को साकार करने के लिये इस तरह के कार्यक्रम बहुत ही सराहनीय होंगेद्य सभी कलाकारों को बधाई जो शानदार प्रस्तुति देंगे. वसुधैव कुटुंबकम को साकार करते हुये, कला का प्रदर्शन हो रहा है। अभी श्हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है जो देश की आजादी के बाद सबसे बड़ा अभियान है. आदरणीय रेड्डी जी उसके संयोजक हैं। कार्यक्रम के स्टार कलाकार संतूर वादक पंडित राहुल शर्मा रहे। उन्होंने और उनके बैंड ने गुलजार गनी (वोकल) के नेतृत्व में कश्मीरी लोक संगीतकारों के साथ मंच साझा किया। ताल इंडिया, भारत भर के लोक और शास्त्रीय ढोलों से बना एक ताल ऐसा ताल जो अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अतिरिक्त, उत्तराखंड का पहाड़ी लोक संगीत, जो नरेंद्र सिंह नेगी और समूह द्वारा प्रस्तुत किया गया था, फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण था। इस कार्यक्रम में पुरुलिया छाउ, पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य, लालगुडी विजयलक्ष्मी द्वारा वायलिन वादन, और अनुपमा भागवत द्वारा सितार वादन भी शामिल थे। इसके अलावा, कार्यक्रम में कलाक्षेत्र फाउंडेशन, चेन्नई के भरतनाट्यम डांसर्स ने रामायण को केंद्र में रखकर एक नृत्य प्रस्तुत किया। मिस्र का लोक नृत्य तन्नौरा, और फ्लैमेंको, जो स्पैनिश लोक संगीत और नृत्य का एक रूप है, इस आयोजन के अन्य मुख्य आकर्षण थे। इस उत्सव में भारत स्पेन और इजिप्ट देशों के लगभग 100 कलाकारों ने भाग लिया। इस विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम में मिस्र के पांच और स्पेन के आठ कलाकारों ने हिस्सा लिया। इंडियन परफार्मिंग आर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक प्रमुख सांस्कृतिक कंपनी, बनयान ट्री इवेंट्स के सहयोग से इस उत्सव की शुरुआत की गई थी।