देहरादून, वनपाल स्मारक उन वनपालों के सर्वाेच्च बलिदान का एक प्रतिनिधि है, जिन्होंने सेवा के दौरान हमारी प्राकृतिक विरासत अर्थात् हमारे जंगलों और उनकी अंतर्निहित जैव विविधता के संरक्षण के लिए बहुमूल्य वन संपदा की रक्षा में अपने जीवन का बलिदान दिया।
केंद्रीय मंत्री पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन भूपेंद्र यादव ने वनपाल स्मारक का दौरा किया और उन सभी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की, जिन्होंने मूल्यवान वनों ओर वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए अपनी जान गंवाई। सीपी गोयल महानिदेशक वन एवं विशेष सचिव, ए॰ एस॰ रावत, महानिदेशक, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (आईसीएफआरई), एस॰ पी॰ यादव, अतिरिक्त महानिदेशक (वन संरक्षण), विभास रंजन, अतिरिक्त महानिदेशक (वन्य जीव), डॉ. सुनीश बक्सी वन महानिरीक्षक (अनुसंधान एवं प्रशिक्षण), और डॉ. रेणु सिंह, निदेशक, वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई), देहरादून ने भी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के दौरान भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद और वन अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी और वैज्ञानिक, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के संकाय सदस्य और परिवीक्षाधीन वन अधिकारी, केंद्रीय राज्य वन सेवा अकादमी देहरादून के प्रधानाचार्य और प्रशिक्षु उपस्थित रहे।