मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को कहा कि राज्य के शहीदों के सम्मान में यहां एक भव्य युद्ध स्मारक बनाया जाएगा जिसका नाम ‘पंचम धाम’ होगा। उन्होंने कहा कि, ‘‘इस उद्देश्य के लिए शहर में एक भूखंड चिह्नित कर लिया गया है। कोरोना वायरस महामारी के कारण हम शिलान्यास नहीं कर सके, लेकिन जल्द ही यह होगा। हमारे शहीदों की याद में ‘पंचम धाम’ नाम से एक भव्य युद्ध स्मारक बनाया जाएगा। ’’ पंचम धाम नाम राज्य में स्थित चार धाम से प्रेरित है। करगिल के शहीदों को याद करते हुए रावत ने कहा कि उन्होंने बहुत ही मुश्किल हालत में लड़ी गई लड़ाई में अभूतपूर्व साहस का परिचय दिया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने जिन हालात में करगिल की लड़ाई लड़ी वह बहुत ही मुश्किल थे लेकिन हमारी सेना ने अभूतपूर्व साहस दिखाया।’’ उन्होंने कहा कि उस युद्ध में देश को विजय दिलाने के दौरान उत्तराखंड के 75 जवानों ने बलिदान दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ऐसा पहला राज्य है जो न केवल युद्ध में शहीदों के परिजनों को बल्कि आतंकवाद निरोधी एवं उग्रवाद निरोधी अभियानों में शहीद होने वाले अर्द्धसैनिक बलों के जवानों के परिजनों को भी सरकारी नौकरी देता है।