एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति को लेकर दिए गए बयान के बाद से ही बाबा रामदेव चर्चा में हैं। वहीं, अब मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बुधवार को आईएमए ने बाबा के खिलाफ ‘कार्रवाई’ करने को लेकर अपने अडिग रुख का परिचय देते हुए पीएम मोदी को पत्र तक लिखा दिया।
कोरोना काल में एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति को लेकर दिए गए योगगुरु बाबा रामदेव के बयान के बाद शुरू हुआ विवाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंच गया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने बाबा रामदेव के बयान पर कड़ा विरोध जताया है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बाबा के खिलाफ राजद्रोह का केस चलाने जैसी कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है।आईएमए ने एलोपैथी को लेकर बाबा के ज्ञान पर तो सवाल उठाए ही साथ ही सार्वजनिक माफीनामा न होने की दशा में एक हजार करोड़ के मानहानि के दावे तक की धमकी दि