श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी स्थित चरण पादुका मंदिर में संतों ने कुंभ मेला तैयारियों को लेकर चर्चा की। मेला क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाएं पूरी नहीं होने पर मेला प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त की। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि सभी अखाड़ों को समान रूप से भूमि आवंटन होना चाहिए।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष महंत देवेंद्र शास्त्री ने कहा कि मेला प्रशासन संतों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। सभी 13 अखाड़ों को समान रूप से भूमि आवंटन कर मूलभूत सुविधाएं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी अखाड़ों को भूमि आवंटित कर बिजली, पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएं।
श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के सचिव महंत जगतार मुनि ने कहा कि मेला प्रशासन को सभी अखाड़ों को भूमि आवंटित करनी चाहिए। मेला प्रारंभ हो चुका है। व्यवस्थाएं जुटाने में बहुत कम समय रहा है। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले महामंडलेश्वरों के लिए महामंडलेश्वर नगर में भूमि आवंटित की जाए।
श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह ने कहा कि मेला प्रशासन संतों की दिक्कतों को संज्ञान में लें। अभी तक अखाड़ों में सफाई कर्मचारियों की तैनाती भी नहीं हुई है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने संतों की मांगों को जायज बताया और कहा कि सभी अखाड़ों को समान रूप से सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए शासन-मेला प्रशासन से वार्ता की जाएगी।
इस दौरान मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी, कोठारी महंत जसविंदर सिंह, महंत प्रेमानंद, महंत केवल्यानंद, महंत व्यास मुनि, महंत जगतार मुनि, महंत शंकरानंद सरस्वती, श्रीमहंत दिनेश गिरि, श्रीमहंत रामरतन गिरि, महंत केशवपुरी, श्रीमहंत ओंकार गिरि, श्रीमहंत राधे गिरि, महंत नीलकंठ गिरि आदि संत मौजूद रहे।