उत्तराखंड के पांचवें धाम के तौर पर स्थापित होने वाले सैन्यधाम को शहीद सैनिकों के घरों की मिट्टी से तैयार किया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत गढ़वाल से चमोली जिले के दूरस्थ गांव सबाड़ और कुमाऊं में धारचूला से होगी। सैन्य कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने निदेशक सैन्य कल्याण को 10 दिन में इसका रोड मैप बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रथम विश्व युद्ध से लेकर अब तक उत्तराखंड के जितने भी सैनिक शहीद हुए उनके घर जाकर उनके परिवार को सम्मान पत्र दिया जाए। जोशी ने ये निर्देश विधानसभा में सैन्य कल्याण विभाग के अधिकारियों की बैठक में दिए।