हरिद्वार, भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान के राष्ट्रीय महासचिव अध्यक्ष इरशाद अली ने कहा कि विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मनमानी को लेकर संघर्ष का रास्ता अख्तियार कर लिया है। उन्होंने देहरादून में आयोजित किसान सम्मेलन में भी मामले को उठाने का निर्णय लिया है। गौरतलब है की भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान ने जमालपुर जियापोता रोड पर स्थित प्रदेश कार्यालय पर बैठक का आयोजन किया कि बैठक में भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर 18 दिसंबर, रविवार को अमरीक हाल, रेसकोर्स देहरादून में विशाल सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश भर के 223 किसान संगठन भाग लेने आ रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान ने भी मांग का समर्थन करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मनमानी को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने कि निर्णय लिया है। बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव इरशाद अली ने कहा कि किसानों के साथ आम आदमी के अधिकारों की रक्षा करने के लिए भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान संगठन का गठन किया गया है। विकास प्राधिकरण के द्वारा 10 से 11 वर्ष पूर्व आबादी में दर्ज कॉलोनी की सीलिंग के खिलाफ किसान आंदोलन में आवाज उठाई जाएगी। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अश्वनी पाल व प्रदेश प्रभारी राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि किसानों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय किसान यूनियन के साथ उत्थान के पदाधिकारी बड़ी संख्या में देहरादून में जाकर आंदोलन में शिरकत करेंगे और किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए सरकार पर हर संभव दबाव बनाने का प्रयास करने के लिए आंदोलन का समर्थन करेंगे। इसके साथ ही विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मनमानी को लेकर किसान आंदोलन में चर्चा कर रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि कृषि कार्ड पर किसानों का बकाया माफ करने की मांग भी की जाएगी। बैठक में चौधरी राजेंद्र सिंह, चौधरी यशपाल सिंह, विनोद कश्यप, शाहनवाज शाह, मोहम्मद अकील, मुकेश कुमार, राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, प्रदीप, शहीद हसन, भोलू, मनोज कुमार, स्वराज सिंह आदि सहित किसान कार्यकर्ता उपस्थित रहे।