ऋषिकेश, लक्ष्मणझूला स्थित कैंप कार्यालय में पौड़ी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर समीक्षा की। समीक्षा बैठक में डीएम ने यमकेश्वर तहसील के खरगोशा, भौन, धमांदा, तहसील जाखणीखाल के जोगियाना और बिजनी में पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन ट्रस्ट और सगंध पौध केंद्र (कैप) सेलाकुई के प्रशासनिक नियंत्रण में प्रस्तावित जैव विविधता पार्क और हर्बल गार्डन रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर परियोजना को लेकर चर्चा की।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने उपजिलाधिकारी यमकेश्वर और संबंधित राजस्व विभाग के कर्मचारियों को इन क्षेत्रों में जैव विविधता पार्क और हर्बल गार्डन रिसर्च कम ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण के लिए भूमि चिह्नीकरण के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने भूमि चिह्नीकरण का प्रस्ताव 15 दिन के भीतर शासन को भेजने को कहा। उन्होंने पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन ट्रस्ट से कहा कि उनके प्रोजेक्ट के लिए प्रथम फेज में जितनी भूमि की आवश्यकता है, उतनी मांग प्रस्तुत करें। साथ ही भविष्य में भूमि की अधिक आवश्यकता के अनुरूप प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा। जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग, सगंध पौध केंद्र, सेलाकुई तथा पतंजलि ट्रस्ट तीनों पक्षकारों को आपसी समन्वय से जैवि पार्क और हर्बल गार्डन ट्रेनिंग सेंटर के संबंध में तेजी से अग्रिम कार्रवाई करने के निर्देश दिए।बैठक में यमकेश्वर उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार, सगंध पौध केंद्र सेलाकुई से वैज्ञानिक डॉ सुनील शाह, डॉ. राकेश, पतंजलि से ऋषि वर्मा, तहसीलदार मनजीत सिंह आदि शामिल थे।