देहरादून, उत्तराखंड सरकार की ओर से पशुओं का बीमा कराने के लिए पशुपालकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे बीमारी या किसी आपदा से पशु की मृत्यु होने पर आर्थिक नुकसान की भरपाई की जा सके। पर्वतीय क्षेत्रों में पशु बीमा कराने पर सरकार प्रीमियम राशि में 80 प्रतिशत तक छूट दे रही है। विभाग ने इस साल 1.75 लाख पशुओं का बीमा कराने का लक्ष्य रखा है। प्रदेश में पशुधन बीमा के लिए विशेष अभियान चलाया गया।
पशुपालन निदेशक डॉ. प्रेम सिंह ने बताया कि प्रदेश में आठ लाख से अधिक पशुपालक हैं, जो गाय, भैंस, भेड़-बकरी, घोड़े-खच्चर का व्यवसाय करते हैं। आपदा और बीमारियों से पशुधन की हानि होती है। ऐसे में बीमा न होने पर पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। पशुधन बीमा कराने के लिए प्रदेश भर में 23 नवंबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। पशुधन बीमा कराने में केंद्र व राज्य सरकार की ओर से पर्वतीय क्षेत्रों में बीपीएल, एससी, एसटी वर्ग के पशुपालकों को प्रीमियम राशि में 80 प्रतिशत की छूट है। 20 प्रतिशत राशि ही पशुपालकों से ली जाएगी। इसी तरह सामान्य वर्ग के पशुपालकों को 60 प्रतिशत छूट, मैदानी क्षेत्रों के बीपीएल, एससीएसटी वर्ग को 70 प्रतिशत और सामान्य वर्ग को 50 प्रतिशत तक की छूट है। निदेशक ने पशुपालकों से आग्रह किया कि पशुधन बीमा अवश्य कराएं।